केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने आज 50 नर्सों को उनके परिवार के सदस्यों के साथ सम्मानित करने के लिए अपने आवास पर आमंत्रित किया। इन्हें नई दिल्ली में लाल किले की प्राचीर से स्वतंत्रता दिवस समारोह को देखने और भाग लेने के लिए विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। ये विशेष अतिथि समाज के विभिन्न क्षेत्रों से आए 1800 विशेष अतिथियों में शामिल थे, जिनमें सरपंच, शिक्षक, किसान और मछुआरे शामिल थे।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने देश का भाग्य बदलने के लिए नर्सों के अद्भुत और अथक नेक काम की सराहना की। उन्होंने कहा कि कई प्रेरक कारक थे जो कड़ी मेहनत करने और देश का समर्थन करने के लिए हमारी नैतिकता को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार थे। नर्सिंग पेशे और चिकित्सा बिरादरी के अभूतपूर्व योगदान को रेखांकित करते हुए डॉ. मांडविया ने इस बात पर जोर दिया कि “उनके प्रयासों ने दुनिया से भारत को मिली वैश्विक मान्यता, विश्वास और प्रशंसा की नींव रखी।” केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने नर्सों के समर्पण की सराहना की और कहा, “महामारी के दौरान उनकी सेवा हमेशा याद रखी जाएगी। यह हमारी संस्कृति है जिसने हमें लोगों की सेवा करना सिखाया है।’ स्वास्थ्य कोई व्यापार नहीं बल्कि एक सेवा है जो हमारी संस्कृति में अंतर्निहित है।” उन्होंने आगे कहा, “विश्व हमारे स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे के बारे में सशंकित था, लेकिन जब कोविड-19 खत्म हो गया, तो मैंने दावोस में विश्व आर्थिक मंच का दौरा किया, जहां बिल गेट्स ने भारत को कोविड-19 पर जीत के लिए बधाई दी।”
महामारी के समय के अपने अनुभव को साझा करते हुए नर्सों ने कहा कि महामारी हम सभी के लिए, विशेषकर चिकित्सा समुदाय के लिए एक कठिन समय था। इस दौरान हमें एहसास हुआ कि सीमा पर सुरक्षा के लिए काम करना कितना मुश्किल है।’ शुरुआत में हम आशंकित थे लेकिन जब पीपीई किट उपलब्ध कराई गईं और हमने कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना शुरू किया तो हमने राहत की सांस ली। हमने अपने घरों में पीपीई किट रखीं और अपनी सोसायटी से कई लोगों को अस्पताल पहुंचाया और उनकी जान बचाई।’
नर्सिंग अधिकारियों ने देश को आगे बढ़ाने और देश के लोगों द्वारा ताली बजाने और पुष्पवर्षा कर प्रोत्साहित करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया, जो हम सभी के लिए एक दयालु और प्रेरक कदम था, जिसने हमारी भावना और मनोबल को बढ़ाया।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव श्री सुधांश पंत ने नर्स समुदाय को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। उन्होंने यह भी कहा कि पहली बार स्वतंत्रता दिवस के लिए 50 नर्सिंग अधिकारियों को आमंत्रित किया गया है। उन्होंने कहा, महामारी के दौरान आपका योगदान अमूल्य है।
इस अवसर पर एचएफडब्ल्यू मंत्रालय की अपर सचिव वी. हेकाली झिमोमी और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
(Source: PIB)